Part 6 — Simmi के घर अब शादी की तैयारियाँ शुरू हो चुकी थीं।घर में रौनक थी… पर उसके दिल में बस सन्नाटा।जहां बाकी लोग हँस रहे थे,Simmi चुप थी… टूट चुकी थी…और हर साँस में बस एक ही नाम था—"Rohan…"उस रात Muskaan उसके कमरे में आई,उसकी आँखों में अब भी बेचैनी थी।Simmi धीरे से बोली —“अगर वो किसी और के साथ खुश है… तो क्या मुझे हार मान लेनी चाहिए…?”Muskaan ने उसकी आँखों में देखते हुए कहा —“प्यार, हार मानने के लिए नहीं होता Simmi…लेकिन कभी-कभी प्यार में छोड़ना भी पड़ता है।”Simmi बस रो पड़ी…क्योंकि वह न उसे भूल