गोपाल जी अपनी सोच पर थोड़े से शर्मिंदा हो रहे होते है कि उन्होंने बिना बात के राजीव जी और सुहाना जी पर शक किया। पर उन्हे दिल से इस बात की खुशी होती है कि अब उनके दिल में सिमरन के लिए बहुत परवाह आने लगी है।गोपाल जी - हम सभी को अब बिना समय गवाए जल्दी से हॉस्पिटल पहुंचना चाहिए! मैं गाड़ी निकालता हुं, आप सभी जल्दी से आइए! उसके बाद वो चारो भी हॉस्पिटल के लिए रवाना हो जाते है। इधर हॉस्पिटल में;साहिल, ईशान, तानिया और किरण हॉस्पिटल की लॉबी में खड़े हुए थे, और अंदर सिमरन की