धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 55

तभी एक दिन...... साहिल की कंपनी में;साहिल - सिमरन, तुम्हे पता है कि ईशान और तानिया दीदी के रिश्ते के लिए तुम्हारे पैरेंट्स ने हां कर दी है। सिमरन - हां, मैं जानती हूं कि उन्होंने इस बार कोई प्रॉब्लम नही करी! पर साहिल, वो मेरे पैरेंट्स नही है, तुम प्लीज अब हमे मिलवाने की यह कोशिश छोड़ दो! साहिल - सिमरन, पर फिर भी मुझे लगता है कि तुम्हे उन्हे माफ कर देना चाहिए! सिमरन - मैं जानती हुं कि वो मेरे रियल पैरेंट्स नही है, और मुझे अनाथ आश्रम से लेकर आए थे। साहिल यह सुनकर शॉक रह जाता है, क्योंकि