दिल की बारिश

मीरा को हमेशा से बारिश पसंद थी। उसे लगता था कि बारिश में भीगी धरती की खुशबू इंसान को उसके अकेलेपन से बाहर खींच लाती है। उस दिन भी कुछ ऐसा ही हुआ था। कॉलेज से लौटते समय बादलों ने अचानक आसमान को घेर लिया और कुछ ही मिनटों में तेज़ बारिश शुरू हो गई। वह सड़क किनारे एक पुराने, ज़ंग लगे बस–स्टैंड की छत के नीचे खड़ी हो गई।बारिश की बूंदें इतने शोर से गिर रही थीं कि उसके मन की खामोशी भी हिलने लगी। तभी सामने से एक बाइक आकर रुकी। हेलमेट उतारकर जैसे ही वह लड़का उसकी