PART — 1 :सूरज हमेशा से एक साधारण लड़का था—दिल का सच्चा, बातें कम और एहसास ज़्यादा…ज़िंदगी में बहुत कुछ नहीं था उसके पास, लेकिन जो था, वो दिल से दिया हुआ था।उसकी दुनिया छोटी थी, लेकिन उस दुनिया में एक लड़की थी — माहीं ️जिसने उसकी ज़िंदगी को रंगों से भर दिया था। पहली मुलाक़ातवो दिन कॉलेज का पहला दिन था। भीड़ बहुत थी, शोर था, हँसी थी, नए चेहरे थे… मगर इसी भीड़ में एक चेहरा ऐसा आया जिसने सूरज की धड़कनों को रोक दिया।वो थी — माहीं।कोई फ़िल्मी सीन नहीं था, न हवा चली, न बैकग्राउंड