भूत सम्राट - 3

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अध्याय 3 – लॉगिनअगले दिन दोपहर लगभग 1:00 PMस्थान: जयपुर स्टेशन मुंबई से आई ट्रेन जैसे ही जयपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर रुकी, जैसे ही अविन ने पहला कदम बाहर रखा, तपती हुई सच्चाई ने उसे ज़ोरदार झटका दिया। उसे लगा जैसे किसी ने 'ओवन' से निकली गर्म, शुष्क हवा का एक ज़ोरदार झोंका उसके चेहरे पर दे मारा हो।  मुंबई की चिपचिपी, घुटन भरी नमी पल भर में एक कड़वी याद बनकर रह गई।“गर्म, गुरू! बहुत गर्म!” अविन ने अपनी सूखी जुबान पर क़ाबू करते हुए, अपना जैकेट उतारा और सूखी हवा को कोसते हुए आँखें सिकोड़ीं। धूप की वजह