हम फिर से मिले मगर इस तरह{एपीसोड़ - 9}अरुण बेंच पर उदास बैठा आरुषि के बारे मे सोच रहा था तब रूपाली उसके थोड़ा करीब होकर उसके कंधे पर हाथ रखती है तो अरुण रूपाली की तरफ देखता है तो रूपाली उसका हाथ पकड़ कर अपने हाथ मे रखती है, वह अरुण की आंखो मे आंसू देखती है तो वह उसे अपने गले लगा लेती है, वह उसके दर्द को कम करने की कोशिश करती है, और इसका असर भी होता है जब अरुण आरुषि के ख्यालो से बहार आ जाता है, तब वह अपने आप को रूपाली की बाहो