चिड़िया अपने बच्चों की चोंच से चोंच मिला रही थी। जैसे कह रही हो कि--बेटा आज जो तुम स्वस्थ और सुरक्षित हो उसका कारण अकेली में ही नहीं हुं कोई और भी है जिन्होंने तुम्हें बचाया है ।तुम्हें सुरक्षित लाकर अपने घर में रखा है। चूचू की धीमी आवाज में जैसे बच्चे पूछ रहे हो और कौन है मां जो हमे तुम्हारी तरह सुरक्षित रख सकता है।कुछ इंसान होते हैं बेटा जो अपनी ही तरह जानवरो और पशु पक्षियों का भी ख्याल रखते हैं।उन्हें में से एक फैमिली भावना की भी है।वह भी मेरी ही तरह तुम्हारे लिए बहुत परेशान थे,