आरे सुनती हो ताऊ आए हैं, कहाँ हो सब सुनती हो क्या ज़रा पानी लायो बबली कहाँ हो ज़रा भाभी को बोलो पानी लाएगी आरे दादा आज सुबह से पानी का एक बूँद नहीं आया है ,पता नहीं मोटर नहीं चल रहा है, क्या करूँ अभी थोड़ी देर मैं ला रही हूँ | सुनते हो राजू रेखा के ससुराल वाले आए हैं पता नहीं इन लोगों को अभी ही आना था बिलबिलाती उसी की सास रेखा तेरा भाई आया जयो देखो जरा ये सब सुनाती रेखा चूल्हे के पास मानो किसी सोच में डूब गई हो पता नहीं क्या -