Ashvdhaama: एक युग पुरुष

इस रचना के सभी पात्र ओर घटनाएं काल्पनिक है इनका किसी धर्म ओर जाति ,मानव ,पशु से कोई लेना देना नहीं है । ये मात्र मेरे दिमाग ओर मेरी लेखनी की उपज है इस कहानी के सारे राइट्स मेरे अधीन है कोई भी इसको कॉपी पेस्ट ओर धारावाहिक,screenplay सीरीज, बेब सीरीज में बिना लेखक की मदद से नहीं कर सकता है )️या कुन्देन्दुतुषारहारधवला..." और "शुक्लां ब्रह्मविचार सार..."_____________________लेखक:भगवत सिंह नरूका ____________________जब इस धरती का सृजन हुआ तब उस दुनिया बनाने वाले ने पहले इस भरत वर्ष की भूमि को देवो के लिए चुना इस लिए इसको देव भूमि भी कह सकते है