पुराने समय की बात है जब घने जंगलों के नाम से ही गांव के लोग कांप जाते थे. रात होते ही पेड़ों के बीच ऐसी सरसराहट सुनाई देती थी जैसे कोई अदृश्य चीज जमीन को खुरचती हुई घूम रही हो. हवामें अजीब सी दुर्गंध इस बात का एहसास दिलाती थी कि वहां कुछ ऐसा है जिसे कोई आंख देख नहीं सकती लेकिन वह सबको देखता रहता है. लोग कहते थे कि जंगल में एक ऐसी शक्ति रहती है जो इंसानी आत्मा की भूखी है और वह हर उस रात जाग जाती है जब चांद बादलों में छिप जाता है.गांव के बुजुर्ग