अध्याय 1: एक अजनबी संदेशरात के 12:30 बज रहे थे। यूनिवर्सिटी हॉस्टल का कमरा बिल्कुल शांत था, सिवाय सीलिंग फैन की एक लयबद्ध धीमी आवाज़ के। टेबल लैंप की पीली रोशनी में आरोही अपनी M.A. लिटरेचर की किताबों में उलझी थी, लेकिन उसका ध्यान पढ़ाई में कम और फ़ोन की ब्लिंक होती लाइट पर ज्यादा था।उसने अभी-अभी अपनी एक टूटी-फूटी शायरी इंस्टाग्राम स्टोरी पर डाली थी:"सरहदों पर जो सन्नाटा है, वो शोर है किसी के इंतज़ार का..."उसे उम्मीद थी कि हमेशा की तरह सहेलियों के 'हार्ट इमोजी' आएंगे। लेकिन तभी एक नोटिफिकेशन आया। एक अनजान नाम—'Soldier_Vikram'।उसने मैसेज खोला। कोई 'Hi'