पहली नज़र की चुप्पी - 5

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कभी-कभी silence भी बहुत कुछ कह जाती है…और कभी-कभी वही silence सबसे बड़ा दर्द बन जाती है।जहाँ शब्द खत्म हो जाते हैं, वहीं दिल की उलझनें शुरू होती हैं।Aarav और Prakhra अब पहले जैसे नहीं रहे।कभी दोनों एक-दूसरे के रोज़मर्रा के हिस्से थे,पर अब उनकी routine में भी एक अजीब-सी कमी घुस गई थी।जो बात कभी बिना बोले समझ आ जाती थी,अब समझाने के लिए भी शब्द कम पड़ने लगे थे —जैसे दोनों के बीच कोई अदृश्य दीवार खड़ी हो गई होजिसे कोई तोड़ना नहीं चाहता, पर दोनों महसूस कर रहे थे।Prakhra अब library नहीं जाती थी।वो जगह जहाँ कभी