वचन और निकाह वाराणसी के एक छोटे से मोहल्ले में रहती थी एक लड़की जिसका नाम था। सिया — एक सीधी-सादी, संस्कारी हिन्दू लड़की। पिता सरकारी स्कूल में टीचर थे, और माँ घर का काम करती थी । सिया का बचपन गंगा किनारे बीता था, जहाँ आरती की घंटियों की गूंज और फूलों की खुशबू उसके मन में भक्ति और शांति का भाव भर देती थी।वहीं, उसी शहर के दूसरे छोर पर रहता था आरिज़ — एक समझदार, शिक्षित और नम्र स्वभाव का लड़का। वह एक कंप्यूटर इंजीनियर की पढ़ाई कर था, और उसकी सोच आधुनिक होते हुए भी संस्कारों से जुड़ी थी। उसके