अगले दिन किरण सुबह उठकर और तैयार होकर नीचे आती है,और जल्दी से बाहर की और चली जाती है। पीछे से सुहाना जी उसे आवाज लगाती है लेकिन वो बिना सुने ही जल्दी में खुद की गाड़ी लेकर निकल जाती है। इधर सुबह सिमरन तैयार होकर अपने रूम से निकलती है और देखती है कि मम्मी पापा हॉल में ही बैठे हुए है। फिर वो तानिया को देखने के लिए उसके कमरे की तरफ जाती है। तानिया अपने कमरे में बुटीक जाने के लिए तैयार हो रही होती है, और साथ में गाना गुनगुना रही थी। आज उसे संवरना बड़ा अच्छा