धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 48

ईशान और तानिया अब तक ऐसे ही एक दूसरे में खोए हुए थे। फिर थोड़ी देर बाद दोनो एक दूसरे से अलग होते है, और अपना सिर एक दूसरे से मिलाकर एक दूजे की आंखों में खोए रहते है। तानिया रोई हुई थी,तो उसकी आंखें थोड़ी भीगी हुई थी, जिसमे वो और भी खूबसूरत नजर आ रही थी। और ईशान के तो पूरे चेहरे का आकर्षण ही कुछ और था, जिसमे तानिया खोई हुई थी। तभी ईशान बोलता है कि;ईशान - सुनो ना, I love you. तानिया यह सुनकर फिर से होश में आती है और ईशान से दूर हट जाती