सुबह का मौसम शांत था। आसमान हल्का धुंधला, हवा नम और ठंडी। कॉलेज की घंटी बजने में अभी कुछ समय था, कैंपस लगभग खाली। घास पर बुझे हुए पत्ते, फव्वारे के पास हल्की धूप — सब कुछ किसी कहानी के पहले पन्ने जैसा।Bikash अपनी बैग की स्ट्रैप ठीक करते हुए धीरे-धीरे कॉलेज की ओर चल रहा था। आज उसका मन अलग ही तरह का था। कल की मुलाकात ने दिल में कुछ ऐसा जगह बना दी थी कि रात को नींद भी पूरी नहीं आई।क्या Maina आज मिलेगी?क्या वो उसी तरह मुस्कुराएगी?या शायद उसे याद ही नहीं होगा…पर Bikash ने