मोहब्बत के वो दिन - 1

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पहली नज़रशहर की वही पुरानी, भीड़ से भरी सुबह। बस स्टॉप पर खड़े लोग ऑफिस और कॉलेज के टाइम में भाग रहे थे। Bikash अपनी कंधे पर बैग टाँगे, धीमे कदमों से कॉलेज की ओर बढ़ रहा था। मिडिल-क्लास घर, जिम्मेदारियाँ, और सपनों से भरा उसका मन—हर दिन एक जैसा लगता था।पर आज का दिन अलग होने वाला था…जहाँ किस्मत चुपके से दो दिलों की कहानी लिखने बैठी थी।लाइब्रेरी में पहली मुलाकातदोपहर की क्लास खत्म होने के बाद Bikash लाइब्रेरी में नोट्स बनाने पहुँचता है।कदमों से ज्यादा उसके दिल में शांति थी—किताबों के बीच उसे हमेशा दुनिया हल्की लगती थी।वो