यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (7)

                     : : प्रकरण : : 7       गरिमा देसाई मेरी बिरादरी से थी. वह मेरे लिये फायदे मंद था.       उस के आने से मेरी जिंदगी में चमत्कारिक बदलाव आया था. मैं रातोरात सकारात्मक बन गया था. मुझ में सारी दुनिया की समझ आ गई थी. मैं ताकतवर बन गया था.       उन दिनों मैंने फ़िल्म ' अनुपमा ' देखी थी. गायक हेमंत कुमार के गीत ने मुझे काफ़ी मदद की थी.       या दिल की सुनो दुनिया वालों       या मुझ को अभी चुप