कहानी का नाम — “मेरे इश्क़ में शामिल रुमानियत है” एपिसोड 56---रात और सन्नाटा…दोनों ने मिलकर आज की हवा को कुछ अलग बना दिया था।आसमान में दो बादलों के बीच चाँद छुपा-छुपा खेल रहा था, जैसे मोहब्बत और डर के बीच जंग चल रही हो।अयान और रूहानी साथ तो थे…पर दिलों में बेचैनी अब भी छिपी हुई थी।हवेली के बरामदे में खड़े अयान ने रूहानी का हाथ अपने हाथ में लिया,मगर रूहानी ने धीमे से हाथ छुड़ा लिया।अयान की साँस अटक गई —“क्यों दूर जा रही हो मुझसे?”रूहानी की आँखें नम थीं —“अयान… मैं चाहकर भी शायरी को नज़रअंदाज़ नहीं