धुंध और भारी खामोशी कमरे में और घनी होती चली गई. आईने पर चमकते अक्षर और तेज हो गए—क्या प्यार ही असली ताकत है?मायरा काँपती हुई पीछे हट गई, उसकी आवाज टूटी हुई थी—अबीर. अगर हमने गलत जवाब दिया तो ये हवेली हमें जिंदा निगल जाएगी. मैं इस डर से काँप रही हूँ।अबीर ने उसका हाथ थाम लिया और गंभीरता से कहा—मायरा, डर की यही दीवार हमें कैद करना चाहती है. लेकिन मैं अब पीछे हटने वाला नहीं हूँ. प्यार ही है जिसने मुझे इस हवेली के हर जाल से लडने की ताकत दी है. अमीरी, दौलत. ये सब इस