रात का माहौल और गहरा गया था। करन बिस्तर से उठने की कोशिश कर रहा था, अनाया उसके पास झुककर उसका सहारा बनी हुई थी। दोनों की आँखों में एक-दूसरे के लिए ऐसा प्यार चमक रहा था मानो दुनिया की कोई ताक़त उन्हें अलग न कर सके।अचानक बाहर गाड़ियों के शोर और आरव की ठंडी हँसी ने उस पल को तोड़ दिया।आरव दरवाज़े पर आकर खड़ा हो गया। उसका चेहरा चाँदनी में और भी चमक रहा था। शहर भर में उसकी खूबसूरती और अमीरी के किस्से मशहूर थे। लोग कहते थे—“आरव जैसा हैंडसम और दौलतमंद कोई नहीं।”लेकिन उतना ही मशहूर