BAGHA AUR BHARMALI - 2

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Chapter 2 — रावल लूणकरण का मालदेव को उम्मादे का विवाह-प्रस्ताव भेजनासंधि के बाद किला शांत तो हो गया था, लेकिन रावल लूणकरण के मन में शांति अभी भी दूर की चीज थी।मालदेव की सेनाएँ लौट चुकी थीं, पर लूणकरण जानता था कि यह वापसी स्थायी नहीं है—यह सिर्फ एक वक़्त का टल जाना है।दरअसल, लूणकरण के मन में सबसे बड़ा डर यही था कि—“मालदेव आज चला गया है… पर क्या गारंटी है कि वह कल या किसी भी समय वापस नहीं आएगा?”और वह जानता था कि जैसलमेर हमेशा धन देकर अपने आप को नहीं बचा सकता।राजकोष सीमित था, और