दो हजार सत्तर.डॉक्टर जैयुश कुलकर्णी जोकि टॉप टेन साइंटिस्ट में पहले नम्बर पर आते है. डॉ कुलकर्णी टेर्रेस पर अपने टेलीस्कोप से आसमान को देख रहे थे तभी कुछ देखकर कहते हैहा ये वही है" उनके चिल्लाने से उनकी बेटी आर्या जोकि वही उनके पास बैठी किताबें पढ रही थी, उनके पास आकर पुछती है" क्या है पापा. डॉ जैयुश उसे बताते है. शल्या कॉमेट.आर्या सवालिया नजरो से उन्हें देखते हुए पुछती है. शल्या कॉमेट क्या. डॉ जैयुस उसे समझाते हुए कहते है.ये वो धूमकेतु है जिससे निकलने वाला नोरेडियम मेटल किसी भी आम इंसान को इतनी शक्ति देता है