तानिया उस शिवि से कहती है.. " मैं ये तो नहीं जानती ये विक्रम क्या करने वाला है लेकिन जो भी हो अधिराज औऱ वैदेही के लिये सही नहीं होगा, इसलिए तुम अधिराज को यहां लेकर आयो, औऱ उनसे कहना अगर इस बार वैदेही को नहीं खोना चाहते तो बिना सवाल किये तुरंत यहां पहुंच जाये.." तानिया की बात सुनकर शिवि वहाँ से सीधा अधिराज के पास चली गई..तो वही विक्रम एकांक्षी से नैत्र सम्बन्ध करके उसे अपने सममोहन में कर लेता है, एकांक्षी अब पूरी तरह उसके वश में थी, विक्रम शातिराना अंदाज में हॅसते हुए कहता है... "