‘ मंतू ’... घर में सब प्यार से मुझे इसी नाम से बुलाते हैं। मेरा पूरा नाम मंतेश जामोद है। मैं मध्य प्रदेश के एक बेहद छोटे से गांव चीचमल में अपने छोटे से परिवार के साथ रहता हूँ। घर में माताजी हैं, एक छोटा भाई और एक बड़ी बहन है; बड़ी दीदी की शादी के बाद घर में चांद और मम्मी रह गए थे। पापा के गुजर जाने के बाद घर का सारा कारोबार मम्मी पर आ गया, जिसकी वजह से हमारी घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई थी। घर का सारा गुज़ारा मम्मी की मजदूरी से ही चलता