समारोह के बाद सभी ने झील के किनारे दीपक जलाए।हर दीपक एक अज्ञात स्वप्न का प्रतीक था—कुछ अधूरे सवाल, कुछ अनकहा प्रेम, कुछ नयी उम्मीदें।प्रिया, विनय और डॉ. समर ने झील में उस रात एक-एक दीपक बहाया,और साथ-साथ बोले:“यह प्रेम सदा यात्रा करता रहे… किसी भी पीढ़ी, किसी भी युग, किसी भी आत्मा के लिए।”6. नए युग का आरंभसुबह जब आसमान गुलाबी हुआ, सबने देखा कि घाटी की ऊर्जा और झील की लहरों में संगीत के संग-संग विज्ञान और भावना की साझी शक्ति है।हर युवा साधक ने वचन दिया—“हमने छुपे हुए इश्क़ को नयी राह और नयी आशा बना दिया