बेखौफ इश्क - एपिसोड 16

बेखौफ इश्क – एपिसोड 16अनिरुद्ध का निर्णायक मोड़अनिरुद्ध को उसकी लिखी फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड मिल गया। उसने मंच से आयाना को धन्यवाद कहा: “अगर सच्चे साथी हों, तो हर शब्द, हर फ्रेम बोल उठते हैं।”आयाना ने महसूस किया कि किसी का समर्थन, प्रेम और सच्ची दोस्ती ही हमें अंधेरे से बाहर निकाल सकते हैं। अब अनिरुद्ध के साथ उसकी टीमवर्क अनोखी ऊंचाई पर थी—मगर दोनों के रिश्ते की परिभाषा सिर्फ दोस्ती ही रही।संस्कार और आयाना – एक नई शुरुआतसंस्कार ने एक शाम खुलकर कहा—“अगर ज़िंदगी हमें हर बार अलग दिशा में ले जाती है, तो डरना नहीं चाहिए।