मेरा पहला ऑर्डर

हर चीज़ की एक पहली बार होती है — और कभी-कभी वही “पहली बार” हमें सिखा देती है कि डर बस हमारे मन में होता है।ऐसी ही कहानी है एक हाई स्कूल की लड़की की, जिसने पहली बार अपने लिए कुछ ऑर्डर किया।वो हमेशा दूसरों को देखकर सोचती — “काश मैं भी कुछ ऑर्डर कर पाती…”पर उसके दिल में डर था।कहीं पैसे चले गए तो?कहीं सामान गलत आ गया तो?या अगर घरवाले पूछ लें कि “ये क्या मंगा लिया?” तो क्या जवाब देगी?इन सवालों ने उसे हमेशा रोक दिया था।एक दिन उसकी फ्रेंड उसके घर आई। दोनों बातें करने लगीं