थ्री बेस्ट फॉरेवर - 61

( _/)( • .•)( > हे यारों भाई बहनों,,,अपने प्यारे बंकू को माफ करो,,,ep लेट के लिए। तो मनीष मुंह बनाए बोला "उसकी तो बहुत सी gf रही है और उसकी आदत भी अच्छी नहीं थी" अब आगे,,,मस्ती हैरानी से "क्या बात कर रहा,," फिर उसे तरेर कर घूरते हुए "फिर भी तू उसकी संगत में रहा बेअकल कही का,, अकल क्या गोबर बिन रही थी तेरी "तो मनीष मायूस होकर बोला "मै उसे सही गलत समझाते रहता था और ऐसे ही धीरे धीरे वो सुधरने लगा था लेकिन मुझे क्या मालूम था की वो बस मेरा वहम निकलेगा" तो मस्ती बेपरवाही से बोली