( _/)( • .•)( > हैलो फ्रेंड्स ऑफ इंडिया द्वारा संचालित किए गए मेरे इस स्टोरी पर अपनी नशीली नैन मटकाइए और next ep पर दिल नहीं यारों अपनी यारी लुटाइए,,,तीन सेकेंड के चुप्पी के बाद मस्ती बोली "अब तक मैने कुछ नहीं किया था क्युकी बात सिर्फ मुझतक थी लेकिन अब इस कलमुहे ने हद पार कर दी बात मनीष और मम्मी पापा के आत्मसम्मान तक पहुंच गई और जो मेरे अपनो को तकलीफ दे उसे मैं चैन से कैसे जीने दे सकती हू" अब आगे,,,,"क्या करने का सोच रही? देख जो भी करेगी मुझे भी टीम मे लेना समझी