आख़िरी ड्यूटी

आख़िरी ड्यूटीबारिश ज़ोरों से हो रही थी।हॉस्पिटल के गलियारे में अँधेरा पसरा था, बस एक-एक कर टिमटिमाती लाइटें जल रही थीं।नर्स सीमा को आज रात की ड्यूटी पर नया वार्ड मिला था — वार्ड नंबर 13।कहते हैं, वो वार्ड सालों से बंद था… पर आज किसी वजह से उसे खोलना पड़ा था।सीमा ने धीरे-धीरे दरवाज़ा खोला। अंदर सन्नाटा था, बिस्तर खाली थे, दीवारों पर पुरानी दवाइयों की गंध थी।वो मुड़ी और बाहर निकलने लगी — तभी एक अजीब सी आवाज़ आई,"रुको… अभी नहीं…"सीमा का दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़कने लगा।उसने पीछे मुड़कर देखा — कमरे में कोई नहीं था, लेकिन दरवाज़ा