1. परिचय: बबलू उर्फ़ ‘आविष्कार विशेषज्ञ’बबलू वर्मा, उम्र 28, पेशे से बेरोज़गार और सोच में “scientist” था।माँ कहती थीं — “बेटा, कुछ काम-धंधा कर ले।”और बबलू जवाब देता —“माँ, दुनिया को बदलने में टाइम लगता है।”पापा बोले —“दुनिया तो छोड़, पहले घर का बल्ब बदल ले, दो हफ़्ते से बंद है।”बबलू हर बार नए “आविष्कार” के चक्कर में रहता।कभी "सोलर टोस्टर" बना देता जो धूप में ब्रेड जलाता था,तो कभी “पंखा चलाओ हाथ से” मशीन — जिसमें हवा से ज़्यादा थकान मिलती थी।---2. ‘बबलू का ब्रह्मास्त्र’ जन्म लेता हैएक दिन बबलू ने घोषणा की —“माँ, मैंने कुछ ऐसा बनाया है