कभी-कभी ज़िन्दगी हमें वहाँ ले जाती है जहाँ हम जाना ही नहीं चाहते —पर शायद, वही रास्ते हमें समझाते हैं कि सफ़र अधूरा नहीं होता, अगर हम चलना ना छोड़ें।---1. एक अधूरी शुरुआतरीमा ने अपने छोटे से कमरे की दीवार पर टंगी कैलेंडर की तारीख देखी —10 अप्रैल 2022।आज ठीक एक साल हो गया था जब उसने जयपुर छोड़ा था।वो शहर, जहाँ उसके सपने पले थे,जहाँ उसने खुद को खोया भी था।दिल्ली की भीड़ में अब वो खोई हुई लड़की नहीं दिखती थी — लेकिन अंदर कहीं, वो अब भी वही थी।उसने अपनी पुरानी डायरी खोली। पहले पन्ने पर लिखा