शीर्षक: प्रिया का दफ्तर: अतीत का ज़हर और बलिदान का सचअगले दिन, अनायरा ने अपनी सबसे पुरानी और सबसे महंगी साड़ी पहनी। यह साड़ी उसे उसकी माँ ने दी थी, और अनायरा इसे तब पहनती थी जब उसे सबसे ज़्यादा साहस की ज़रूरत होती थी। उसने वीर को एक दिन का समय लिया था, और वह जानती थी कि उसे यह लड़ाई अकेले लड़नी होगी—अपनी बहन के लिए और अपने प्यार के लिए।अनायरा, प्रिया के आलीशान कॉर्पोरेट दफ़्तर पहुँची। दफ़्तर की भव्यता और दिखावा, अनायरा की सादगी के ठीक विपरीत था। प्रिया, जो अब 'आर.के. चैरिटेबल ट्रस्ट' की वारिस थी,