शीर्षक: परतों का हटना और बर्फ़ का पिघलनावह रात वीर के लिए किसी निर्णायक मोड़ से कम नहीं थी। पहली बार, उसने अपनी सहायक, अनायरा के भीतर छुपी हुई भावनात्मक गहराई और उसके पेशेवर समर्पण के पीछे के अकेलेपन को देखा था। उसने महसूस किया था कि वह सिर्फ़ एक डिज़ाइनर नहीं है, बल्कि एक संवेदनशील आत्मा है जिसने अपने दुखों को कला में बदला है।अगले दिन जब अनायरा ऑफ़िस पहुँची, तो उसने माहौल में एक स्पष्ट बदलाव महसूस किया। वीर अपने केबिन से बाहर निकला, उसने अनायरा को देखा और पहली बार, उसकी आँखों में वह कठोरता और आलोचना