* रोमांच की तलाश मेंकहते हैं कुछ यात्राएँ पैरों से नहीं, भीतर की किसी अनसुनी पुकार से शुरू होती हैं; गिरनार की तलहटी पर खड़े राज और युग को लगा जैसे पर्वत ने चुपचाप उन्हें बुला लिया है।राज और युग बचपन से ही सबसे अच्छे दोस्त थे। दोनों को रोमांच की तलाश रहती थी। एक दिन उन्होंने तय किया कि वे गुजरात के गिरनार पर्वत पर चढ़ाई करेंगे—जहाँ एक पुराना, रहस्यमय मंदिर होने की बात कही जाती थी।सुबह-सुबह वे निकल पड़े। रास्ता कठिन था, लेकिन उत्साह से भरा हुआ। जैसे-जैसे वे ऊपर चढ़ते गए, हवा में अजीब-सी ताजगी और भय