मायावी जंगल

# मायावी जंगल**लेखक: विजय शर्मा एरी**---गांव के बुजुर्ग हमेशा कहते थे कि घने जंगल की सीमा के पार एक ऐसा स्थान है जहां समय ठहर जाता है, जहां पेड़ फुसफुसाते हैं और छाया चलती है। उस जंगल का नाम था 'मायावी जंगल'। कोई भी गांव वाला उस ओर जाने की हिम्मत नहीं करता था।अर्जुन एक जिज्ञासु युवक था। उसकी आंखों में सवाल और दिल में साहस था। जब उसकी छोटी बहन मीरा रहस्यमय बीमारी से ग्रस्त हो गई, तो गांव के वैद्य ने बताया कि केवल मायावी जंगल में खिलने वाला 'नीलकमल' ही उसे बचा सकता है। वह फूल केवल