(विवरण - मनुष्य अनगिनत उपाय और चालें जानता है। उसकी बुद्धि, चतुराई और अनुभव उसे आगे बढ़ाते हैं। लेकिन इस सृष्टि में एक ऐसी शक्ति भी है, जो मनुष्यों की सीमाओं से परे है। वह शक्ति है ‘सृजनेश्वरी’, जिसे कोई पूरी तरह समझ नहीं पाया। यह शक्ति सृष्टि के हर कण में समाई है। इसी शक्ति के माध्यम से मनुष्य को कभी जीवन मिलता है कभी मृत्यु, क्योंकि इसकी गहराई में देवत्व भी है और शैतानियत भी। इस शक्ति के सहारे ही जन्म लेते हैं विचित्र जीव और आशा के बीज। यहाँ सृष्टि में एक ऐसा यात्री है, जो मृत्यु के