दर्द से जीत तक - भाग 7

वो सर्दियों की ठंडी शाम थी जब गांव की गलियों में हल्की धुंध तैर रही थी।और वहीं से शुरू हुआ एक ऐसा सफ़र —जहाँ एक ख़ामोश लड़की “एंजल” और एक भावनात्मक लड़का  “ज़हन” एक-दूसरे की दुनिया में उतरते हैं।सिर्फ़ एक “छोटी सी  स्कूल की मुलाकात ” ने दोनों की ज़िंदगी बदल दी।धीरे-धीरे बातों ने दोस्ती का रूप लिया,दोस्ती ने भावनाएँ जगाईं,भावनाओं ने प्यार को जन्म दिया।लेकिन किस्मत के खेल में ये रिश्ता आसान नहीं था।एंजल का भाई, जो उसका रक्षक था,ज़हन अपने  परिवार, और  समाजिक  इज्ज़त के बोझ तले दबा था —दोनों की राह में पहाड़-सी मुश्किलें थीं।समाज ने ताने दिए,लोगों