अध्याय ११: अंतिम गोतायांगून की सुबह कुछ अलग थी। आसमान में बादल थे, लेकिन हवा में एक अजीब सी स्थिरता थी—जैसे प्रकृति भी साँस रोककर किसी क्षण की प्रतीक्षा कर रही हो।आरव ने घंटी को सतह तक लाने की योजना तैयार की थी। एक विशेष क्रेन, हाइड्रोलिक बैलून, और एक अनुभवी गोताखोर टीम तैयार थी। लेकिन इस बार, आरव ने तय किया कि वह खुद नीचे जाएगा—अंतिम बार।माया ने उसे रोका, "तुम्हें नहीं जाना चाहिए। तुम पहले ही बहुत कुछ झेल चुके हो।"आरव मुस्कराया। "यह सिर्फ़ एक घंटी नहीं है, माया। यह मेरे पिता की आत्मा है, मेरी पहचान