The Risky Love - 31

पहेलियों का  खेल अपनी हैरानी जताते हुए विवेक ने उस हंस से पूछा...." मैं इस पानी में सांस कैसे ले पा रहा हूं...?..."अब आगे...........हंस उससे कहता है....." ये पानी नहीं है , केवल उसकी छाया है , , ये छाया केवल सुरक्षा के लिए बनाई गई है कोई भी मेरी इजाजत के बिना अंदर नहीं जा सकता , , अब चलो मेरे साथ...." विवेक उस हंस के पीछे पीछे उस तालाब के आखिरी छोर तक पहुंच चुका था , जहां पर छोटी छोटी सीढियां बनी हुई थी.....विवेक चारों तरफ देखते हुए कहता है...." यहां पर खंजर कहां है...?..."हंस जल्दी से एक सीढ़ी