( _/)( • .•)( > आरो मारो ढोकलो next ep पढ़ोनो कोजल्दी जल्दी पधारो "इसे भी अभी ही खराब होना था अब क्या करूं ?पहले घर पहुंच जाऊ फिर पापा का फोन यूज कर लूंगा " यही सोचते सोचते वो घर पहुंच गया। अब आगे,,,मणिक जी और मिहिना जी ने अपने बेटे को देखा तो ख़ुशी से फूल ही नहीं समाए वैसे ज्यादा तर मणिक जी मनीष से सख्ती से ही पेश आते हैं पर है तो बाप ना इतने दिनों बाद अपने बेटे को देख कैसे न प्यार जताते वही मनीष भी उनके पैर छुआ तो उसके मम्मी पापा