चिड़ियावन के पांच दोस्त

भाग 1 उपन्यास: चिड़ियावन के पाँच दोस्त “चिड़ियावन की सुबह और पाँचों की टोली”सुबह का वक्त था।गाँव चिड़ियावन में सूरज की पहली किरण जैसे ही आम के पेड़ की पत्तियों पर पड़ी, चिड़ियों की चहचहाहट पूरे गाँव में गूंज उठी।तालाब के किनारे बत्तखें तैर रही थीं, और दूर से बैलों की घंटियाँ छन-छन बज रही थीं।गाँव के बीचोबीच पाँच दोस्त रोज़ की तरह इकट्ठा हुए —रिंकू, मिंकू, पिंकू, सिंटू और चिंटू।इन पाँचों की दोस्ती ऐसी थी कि गाँव के लोग इन्हें प्यार से “चिड़ियावन की टोली” कहते थे।जहाँ ये पाँच मिलते, वहाँ हँसी, शोर और मस्ती अपने आप चली आती।  पाँचों का परिचयरिंकू