बेखौफ इश्क – एपिसोड 4बदलाव की दस्तक, रिश्तों की अग्निपरीक्षाशहर की सुबह तेज़ ठंडी थी, मगर आयाना के भीतर नई गर्माहट थी। स्कूल के वार्षिक प्रतियोगिता का दिन आ गया था। संस्कार और आयाना दोनों तैयार थे— सिर्फ़ प्रतियोगिता के लिए नहीं, बल्कि अपने डर, कमजोरी और सपनों को सबके सामने रख पाने के लिए। स्कूल में माहौल उमंग भरा था; हर तरफ तैयारी, चर्चा और उम्मीदें।प्रतियोगिता का रोमांचअखबार के लिए लिखी कहानी “दिल की आवाज़” को आज मंच पर पढ़ना था। आयाना ने जब संस्कार के साथ मंच पर कदम रखा, उसका दिल जोर से धड़क रहा था। संस्कार