सत्य प्रकाश पाण्ड़ेय की विनय रामगोपाल भावुक विनय पत्रिका नाम सामने आते ही महाकवि तुलसी दास जी की विनय पत्रिका याद आने लगती है। पाण्डेय जी का किसी भी कार्य के प्रति जुनून देखते ही बनता है। वे जिस कार्य में लगते हैं, उसे पूरा करके ही मानते हैं। वे पाँच धार्मिक कृतियों का पूर्व में सृजन कर चुके हैं। पाण्डेय जी ने भी इस रचना में प्रभु के विभिन्न रूपों की विनय की है। वे सबसे पहले संसार की दार्ती भुवनेश्वरि देवी की बन्दना की हैं। सभी शुभ कार्यों में सबसे पहले भुवनेश्वरि देवी की