️ लेखिका: नैना ख़ान© 2025 Naina Khan. सर्वाधिकार सुरक्षित। इस कहानी “ख़ज़ाने का नक्शा”का कोई भी अंश लेखिका की अनुमति के बिना पुनर्प्रकाशित, कॉपी या वितरित नहीं किया जा सकता। कहानी का सारांश:लखनऊ की गलियों से लेकर राजस्थान की रेत तक, दो नौजवान — रैयान मीर और ज़ेहरा नाज़ — एक ऐसे नक़्शे की तलाश में निकलते हैं जो सदियों पुराने सुल्तान बहादुर शाह के गुमशुदा ख़ज़ाने तक पहुँचता है। लेकिन ये सफ़र सिर्फ़ दौलत का नहीं — इल्म, ईमान और इंसानियत की असली क़ीमत जानने का होता है। हर मोड़ पर एक नया रहस्य, हर निशान के पीछे एक