बेखौफ इश्क – एपिसोड 2गहरे जख्म, नई रोशनी: संस्कार की एंट्रीधुप से तपते स्कूल के पास वाले बगीचे में ठंडी हवा के झोंके थे। आयाना अकेली, बेंच पर बैठी, किताबों से दूर अपनी सोच में डूबी थी। उसके भीतर की दुनिया तो एक तूफान थी, लेकिन वह लोग उसे सिर्फ़ “अकेली और कठोर” लड़की समझते थे। रूही के अलावा किसी की समझ उसे कभी नहीं मिली।तभी वहां एक लड़का आया — संस्कार। वो कोई दिखावटी या चमकीला नहीं था, लेकिन उसकी आंखों में एक अलग-सी गहराई थी, जैसे उसने भी जीवन की हर तकलीफ को करीब से देखा हो। वह