तेरे मेरे दरमियान - 21

आदित्य :- अरे बाहर क्यू है । अंदर लेकर आओ उसे ।रमेश बाहर जाता है और रश्मि के अंदर लेकर आता है । रश्मी दैखने मे बहोत सुदंर थी । रश्मी को दैखकर आदित्य हैरान हो जाता है और कहता है ।आदित्य: - वाह यार । भाभी तो बहोत सुदंर है । तुम्हें कहां मिल गयी ये ।रमेश :- ( शर्माते हूए ) वो क्या है ना मैं उस दिन RCB और CSK का मैच दैख रहा था ।रमेश अपने उस पल मे चला जाता है जहां रमेश एक केटिन पर बैठकर मैच दैख रहा था और वही पर रश्मि