छुपा हुआ इश्क़ — एपिसोड 3“रत्नावली मंदिर का द्वार”---1. आरंभ — रहस्य के मार्ग परहवेली के भीतर खुला वह गुप्त रास्ता लंबा और घुमावदार था।दीवारों पर वही चिन्ह — तीन वृत और अधखिला कमल — टॉर्च की रोशनी में चमक रहे थे।आदिल आगे चल रहा था, माया उसके पीछे, सावधानी से कदम रखती हुई।हवा में धूप और मिट्टी की मिली-जुली गंध थी, जैसे कोई प्राचीन देवस्थान पास हो।धीरे-धीरे रास्ता खुला, और सामने उभर आया एक विशाल पत्थर का मंदिर —रत्नावली मंदिर।मंदिर की दीवारें काली पत्थर की थीं, जिन पर समय के निशान उकेरे थे।माया ने जैसे ही सीढ़ियों पर